दूरदर्शिता एवं कार्यलक्ष्य
“ग्राहकों को उत्कृष्ठ सेवाएं प्रदान करने की प्रतिबद्धता के साथ, तथा समर्पित भावना, श्रद्धा एवं क्षमता के साथ, अंशधारियों का मूल्यवर्धन करते हुए, एक सुदृढ, सक्रिय और अधिमान्य सहकारी बैंक के रूप में उभरना”.
संरचना
- पंजाब और महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव बैंक महाराष्ट्र, दिल्ली, कर्नाटक, गोवा, गुजरात, आंध्र प्रदेश और मध्य प्रदेश में ऑपरेशन के अपने क्षेत्र के साथ एक बहु राज्य अनुसूचित शहरी सहकारी बैंक है
- शीव क्षेत्र में एक छोटे कमरे में एक साधारण-सा एक शाखा बैंक के रूप में दिनांक 13 फरवरी, 1984 को इसका आरंभ हुआ| 35 वर्ष की अवधि में बैंक छह राज्यों में 137 शाखाओं के साथ विस्तरित हुआ |
- देश के अग्रणी 10 सहकारी बैंकों मेंपी एम सी बैंक है |
मील के पत्थर
- वर्ष 2000 में, भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा बैंक को शेड्युल्ड स्टेटस मिला | इतने कम समय में शेड्युल्ड स्टेटस प्राप्त करने वालो में भी बैंक की गणना की जाती है |
- वर्ष 2004 में सेंट्रल रजिट्रार द्वारा मल्टिस्टेट शेड्युल्ड प्रदान किया गया | इस तरह बैंक ने राष्ट्रीय मंच पर प्रवेश किया |
- वर्ष 2011 में विदेश मुद्रा विनिमय में व्यापार करने हेतु भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा श्रेणी I के प्राधिकृत डीलर का लाइसेंस प्रदान किया गया |
पुरस्कार एवं उपलब्धियॉं
- बैंक ने विभिन्न पुरस्कार प्राप्त किये है |
- वर्ष 1999 में अपने ‘वर्क एथिक्स ओरिएंटेड टू डिपॉज़िट्रर्स’ के लिए बैंक जमाकर्ताओं का एक प्रतिष्ठित संस्थान ‘ऑल इंडिया बैंक डिपाजिटर्स एसोसिएशन, मुंबई ’, द्वारा बैंक सम्मानित किया गया |
- लगातार 9 वर्षों के लिए महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक एसोसिएशन द्वारा ‘उत्कृष्ट शहरी सहकारी बैंक पुरस्कार’ तहत ‘पद्मभूषण वसंतदादा पाटिल पुरस्कार’ प्रदान किए गया है|
- वर्ष 2012 में सहकारी बैंकिंग क्षेत्र में न्यूनतम विवाद अनुपात तथा साथ ही न्यूनतम गैर-अनुसूचित रुकावट के लिए बैंक ने एन पी सी आई से ‘विशेष जूरी अवार्ड ’ प्राप्त किया|
- वर्ष 2004 से, बैंक ने, प्रमुख सार्वजनिक कार्यकर्ता एवं उपभोक्ता सक्रियतावादी स्वर्गीय एम आर पै, के संस्मरण में प्रवर्तित किया है | तथापि बैंक ने ‘ऑल इंडिया बैंक डिपाजिटर्स एसोसिएशन’ से अनुरोध किया कि वे प्रतिवर्ष पुरस्कार विजेता का चयन करें |
विशेष उल्लेख
- बैंक द्वारा किये गए ऐसे कई पहल है जो सहकारी बैंको में प्रथम है |
- 360 दिन बैंकिंग (रविवार और सार्वजनिक छुट्टी के दिनों में बैंकिंग).
- टोकन-रहित बैंकिंग (नकद आहरण राशि, चाहे जितनी भी हो, टेलर सुविधा की उपलब्धि)
- ग्राहकों के लिए स्वयं-सेवा काउण्टरों का सृजन
- टेली-बैंकिंग सेवा |
- “डबल डेकर” और “बाल भविष्य योजना” जैसे विशेष उत्पादों का प्रारंभ |
- प्रत्येक प्रविष्टि/लेनदेन की सुलभ पहचान के लिए पास बुक/खाते की विवरणी में आदाता/आहर्ता के नाम विशेष रूप से उल्लेख करने वाला प्रथम बैंक है| बेहतर ग्राहक सेवा प्रदान करने के हेतु से वर्ष 2008/09 में भारतीय रिजर्व बैंक ने अन्य बैंकों को सलाह दी कि वे भी इस प्रक्रिया को अपनाए |
- अंतर-राष्ट्रीय मंच पर अपना अस्तित्व कायम करने के लिए वर्ष 2011/12 में बैंक ने अपना वेबसाइट प्रवर्तित किया, फेसबुक में पदार्पण किया |
- बैंक महिला सशक्तीकरण पर विश्वास करता है | बैंक के 70% कर्मचारी महिलाएं हैं | बालिका/महिला विद्यार्थिनियों के शिक्षा ऋणों के मामले में बैंक ब्याज दरों में 1% छूट देता है| महिलाओं के लिए बैंक में pmc -आशा नामक विशेष बचत योजना है|
- महिलाओ को उम्र के ५८ वर्ष में ही वरिष्ठ नागरिको को मिलाने वाला अतिरिक्त व्याजदर लाभ प्रदान किया जाता है |
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